
भारत के गृह मंत्री पी चिन्दबरम ने आईपीएल के नुमायंदों के द्वारा केन्द्र
सरकार पर लगाये आरापों का खंडन करते हुए कहा कि आईपीएल सिर्फ खेल नहीं है..बल्कि खेल से बढ़कर वे अब व्यापार बन चुका है...तो क्या शायद इसीलिए आईपीएल के खेल को भारत की पीचों पर जगह नहीं मिल पाई...क्या इसी व्यापार के चलते आईपीएल को देश निकाला दे दिया गया...इस पूरे मामले से ये तो साफ़ हो ही गया है कि खेल से पहले राजनीति का नंबर है...और खेल तो मात्र एक बहाना है...सबको अपनी राजनीति को चमकाना है...अब चाहे पक्ष हो या विफक्ष...केन्द्र बिन्दु तो हमेशा एक ही रहता है...

माननीय मोदी जी भी कोई भी मौका हाथ से जाने नहीं देते हैं...हर मुद्दे में उनके बयानबाज़ी अब ज़रुरी जो हो गयी है...इन सब पचेड़ों में फंसे बेचारे खिलाड़ी भी क्या सोचते होंगे...उनका तो सारा प्रोग्राम ही सरकार ने ख़राब कर डाला...हर मैच के बाद भारतीय खिलाड़ी कुछ समय अपने परिवार के साथ जो बीताने वाले थे...अब या तो परिवार को लंडन ले चलो...या फिर दोबारा आया मौसम जुदाई का...राजस्थान में वसुंधरा सराकार के जाने के बाद से...वैसे ही
आई
पीएल के कमीशनर ललीत मोदी का समय ख़राब चल रहा था...पहले राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव हारे...और अब आईपीएल सीज़न-2 में भी सबसे बड़ी शिकस्त उन्हीं की हुई है...सरकार में मंत्री बैठे शरद पवार भी सरकार के इस पैंत्रे के आगे नतमस्तक हैं...शायद तभी तो अपनी चहेती बीसीसीआई की एक मात्र बोडी आईपीएल को बचाने में असमर्थ हैं...शह-मात के इस खेल में जहां भारत में कई लोगों को नुकसान होगा...तो वहीं इंग्लैंड में आईपीएल के जाते ही...वहां के काउंटी एसोसिएशन में खुशियों की लहर दौड़ पड़ी है...वे तो बड़े बेचैन होकर आईपीएल की तारीख़ों का इंतज़ार अभी से करने लग गये हैं...वहीं अब आईसीसी के अध्यक्ष के मुताबिक आईपीएल के बाद होने वाले 20-20 वर्ल्ड कप पर इसका गहरा असर पड़ सकता है...क्योंकि आईपीएल के मात्र कुछ दिनों बाद ही इंग्लैंड में 20-20 विश्व कप होना पूर्व निर्धारित है...हालांकि आईपीएल एसोसिएशन ने अभी ये पक्का नहीं किया है कि वे आईपीएल सीरीज़ को इंग्लैंड में कराएंगे या कहीं ओर...इंग्लैंड के साथ-साथ साउथ अफ्रीका पर भी ललीत मोदी की नज़रें गढ़ी पड़ी हैं...अब आईपीएल जहां भी हो...लेकिन इतना ज़रुर है कि आईपीएल के इस बार के मैचिज़ काफ़ी दिलचस्प होंगे...इंग्लैंड की पीचिज़ भारत की पीचिज़ से काफ़ी अलग हैं...और साथ-साथ भारत और इंग्लैंड के मौसम में भी काफ़ी अन्तर है...लाज़मी है कि पिछले सीज़न के मुताबिक इस बार काफ़ी बदलाव देखा जाएगा...क्रिकेट के इस मिनी और रोमांचक इंवेन्ट कहे जाने वाले आईपीएल का भविष्य किस तरफ़ मोड़ खाता है...ये तो आने वाले कुछ दिनों में साफ़ हो जाएगा...लेकिन इस बड़े बदलाव के चलते कितने लोगों को नुकसान का घड़ा उठाना पड़ सकता...फिलहाल इस तरफ़ किसी की नज़र नहीं है...
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